वो जानती थी कि जिंदगी आसान नहीं है उसके लिए... और मौत भी मुश्किल होने वाली है... एक-एक कर सबको दूर करती रही ख़ुद से ताकी उसके बाद किसी को उसके जाने से तकलीफ़ न हो... उसके अपनों को दर्द न हो... इसलिए अकेले दर्द में तड़पना बेहतर समझा... किसी को वक्त नहीं दिया एक बार भी खुद से मिलने का... उसने जाने के लिए सोचा कि बिना ग़म दिए जाना...
Saturday, 14 July 2018
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सूरज से समृद्ध उत्तर प्रदेश!
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