पुरस्कार का नाम बदलने से यह सच नहीं छुपाया जा सकता कि मोदी सरकार के द्वारा इस वर्ष खेल बजट में 230.78 करोड़ रुपए की कटौती की गई है।
भारतीय जनता पार्टी एक ऐसी पार्टी जिसके पास जनता को बताने के लिए अपनी सोच व अपनी नीतियों के आधार पर जनहित में किए जाने वाले एक भी कार्य का नाम नहीं है। यही करण है कि आज भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस पार्टी के कार्यकाल में शुरू की गई योजनाओं व कार्यों और यहां तक पुरस्कारों का नाम बदलकर उनपर अपना अधिकार जमाने का प्रयास कर रही है।
क्या भारतीय जनता पार्टी की सरकार द्वारा भारतीय खिलाडियों को पूरे विश्व में ख्याति दिलाने वाले मेजर ध्यानचंद के नाम से देश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए कोई नया पुरस्कार घोषित नहीं किया जा सकता था? मगर सरकार द्वारा उठाया गया राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदलने का यह कदम दर्शाता है कि भारतीय जनता पार्टी के और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मन में हमारे देश के लिए अपना सर्वस्व निछावर कर शहीद होने वाले पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री राजीव गांधी के लिए कितनी द्वेष भावना और कुंठा भरी हुई है।
गौरतलब है कि नाम बदलने या फिर अपनी ही बात से पीछे हटने का कार्य भारतीय जनता पार्टी के द्वारा पहली बार नहीं किया गया है। यही भारतीय जनता पार्टी है जो श्री राजीव गांधी जी द्वारा लाए गए कंप्यूटर का विरोध करती थी मगर आज स्वयं सोशल मीडिया का भरपूर प्रयोग करती है और सब कुछ डिजिटलाइज़ करने की बात करती है। ये वही भारतीय जनता पार्टी है जो किसी दौर में एफडीआई लाए जाने का विरोध करती थी मगर आज अपने कार्यकाल में देश की रक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र में 100 फीसदी एफडीआई लेकर आई है। यहां तक कि आज सरकार देश की गरीब जनता तक मुफ्त राशन पहुंचाने के लिए जो प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत अन्न महोत्सव मना रही है, वो नीति तक देश की जनता को भोजन देने के लिए खाद्य सुरक्षा बिल के रूप में कांग्रेस पार्टी द्वारा ही बनाई गई थी।
ऐसे में जब अपनी ही बातों से मुकरने वाली यू-टर्न सरकार ये कहती है कि जनआग्रह पर खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदलकर मेजर ध्यानचंद पुरस्कार कर दिया गया है तो ये सवाल भी ज़रूरी हो जाता है कि, -
- क्या मोदी सरकार 9 महीने से सड़कों पर आंदोलन कर रहे इस देश के अन्नदाता के आग्रह पर काले कृषि कानूनों को रद्द करेगी?
- क्या मोदी सरकार इस देश के युवाओं को रोजगार देने का अपना वादा पूरा करेगी?
- क्या मोदी सरकार महंगाई से परेशान देश की जनता को राहत पहुंचाने का कार्य करेगी?
- और क्या मोदी सरकार खेल बजट में कटौती करने के लिए इस देश के खिलाड़ियों से माफ़ी मांगेगी?
या हमेशा की तरह झूठ बोलकर, देश के दो महानायकों (एक युवा भारत की आधारशिला रखने वाले देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्व० श्री राजीव गांधी जी और एक अपनी हॉकी के जादू के लिए पहचाने जाने वाले देश के महान खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद जी) के बीच दीवार खींचकर देश की जनता को भ्रमित करने का कार्य करेगी।
एकदम सटीक बात है कुलमिलाकर ये सरकार हर कदम पर नाकाम रही है
ReplyDeleteबिल्कुल सही बात पूरी तरह से विफल भाजपा सरकार के बारे में
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